
इंसाफ के लिए खून से लिखा खतनई दिल्ली, जागरण संवाददाता : एक रैंक एक पेंशन के मुद्दे को लेकर देशभर से आए पूर्व सैनिकों ने रविवार को फिर जंतर-मंतर पर एकत्रित होकर सरकार के विरुद्ध प्रदर्शन किया। अपने विरोध के तरीके को भावनात्मक रूप से जोड़ते हुए सैकड़ों सैनिकों और शहीदों की वीरांगनाओं ने अपने रक्त से लथपथ हस्ताक्षर किए। पूर्व सैनिकों ने कहा कि देश के लिए हमारा रक्त कभी बेकार नहीं गया है मगर अब सरकार हमारी परीक्षा ले रही है। प्रदर्शन का आयोजन इंडियन एक्स सर्विसमैन मूवमेंट ने किया था। रविवार को देशभर से आए लगभग दो हजार पूर्व सैनिक सातवीं बार जंतर मंतर पर एकत्रित हुए। इनमें दो सौ वीरांगनाएं थीं। ये महिलाएं भी अपने साथ अपने पतियों के मैडल लेकर आई थीं। इस दौरान 14 सौ पूर्व सैनिकों व शहीद विधवाओं ने ज्ञापन पर अपने रक्त से हस्ताक्षर किए। रक्त निकालने के लिए लाल पैथ लैब द्वारा कैंप लगाया गया। इस मौके पर छह हजार पूर्व सैनिकों के हस्ताक्षर वाला ज्ञापन तैयार किया गया। इस मौके पर सैनिकों ने कहा कि केंद्र सरकार उन्हें गुमराह कर रही है कि उन्हें एक रैंक एक पेंशन दे दी गई है, जबकि यह सरासर गलत है। केंद्र सरकार के नोटिफिकेशन में पूर्व सैनिकों की पेंशन बढ़ाई गई है, मगर एक रैंक एक पेंशन को लागू नहीं किया गया है। अभी भी पूर्व सैनिकों की पेंशन में फर्क है, क्योंकि अब भी 2006 के बाद सेवानिवृत्त होने वाले जवान की पेंशन 7045 होगी, जबकि इससे पहले सेवानिवृत्त होने वाले सैनिक को मात्र 4971 ही मिलेंगे। इस मौके पर पूर्व सैनिकों की एसोसिएशन के चेयरमैन व लेफ्टीनेंट जनरल राज कादयान, उपाध्यक्ष मेजर जनरल सतवीर सिंह, लेफ्टीनेंट जनरल एसके. बाहरी, मेजर जनरल पीके. रंजन, एवीजे. जैनी, बिग्रेडियर सीएस. कंबोज व हरबंस सिंह, नवाब सिंह, कर्नल जोशी पुरा कमांडर शरद आहूजा, कर्नल आरपी चतुर्वेदी आदि मौजूद थे।
Dainik Jagran epaper city
No comments:
Post a Comment